एमएसएमई सेक्टर में बिजनेस स्थापित करने के लिए सबसे जो चीज जरुरी होता है, वह है अवसर की पहचान करना। जिसने अवसर की पहचान कर लिया और अवसर का सही लाभ उठा लिया, जानिए कि उसने जग जीत लिया। एमएसएमई इकाई की स्थापना के लिए अवसर का लाभ उठाना और प्रोडक्टन शुरु कर देना पर्याप्त होता है। हालांकि, इसके साथ ही बहुत सी तैयारी करना करना होता है। जिसमे फाइनेंस इकक्ठा करना। बिजनेस का विस्तार करना इत्यादि शामिल होता है।
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि एमएसएमई का फूल – फॉर्म स्मॉल एंड मिडिल एंटरप्राइज होता है। कुछ लोग एमएसएमई बिजनेस करने से हिचकते हैं, उनका मानना होता है कि यह छोटा बिजनेस है। लेकिन, वह नहीं जानते हैं कि, "स्मॉल इज ब्यूटीफुल" होता है। आइये आपको जानकारी देते हैं कि नई एमएसएमई यूनिट का सेटअप कैसे किया जा सकता है।
प्रोडक्ट का सलेक्शन करना
मैन्यूफैक्चरिंग बिजनेस हो या सर्विस सेक्टर का बिजनेस हो। दोनों के लिए ही प्रोडक्ट अत-महत्वपूर्ण होता है। इसलिए अगर आप एमएसएमई यूनिट की शुरुआत करना चाहते हैं तो आपको बहुत सोच – समक्ष कर प्रोडक्ट चुनना चाहिए। क्योंकि, इसी के आधार पर यह तय होता है कि आपका बिजनेस कितना चलेगा। इसके अतिरिक्त प्रोडक्ट से संबंधित निम्नलिखित बातों पर भी विचार करना चाहिए-
- प्रोडक्ट का साइज और वैराइटी कैसा रहेगा
- पैकेजिंग कैसी होगा
- ब्रांडिंग कैसे करना है
- बिक्री के बाद सर्विस देना है या नहीं
इन बातों के अतिरिक्त प्रोडक्ट से संबंधित इन बातों पर विशेष ध्यान देना चाहिए-
- कच्चे माल की उपलब्धता में आसानी हो सके
- प्रक्रिया तेजी से पूरी हो
- बाजार तक पहुंच आसान हो
- सरकार से प्रोत्साहन और समर्थन मिल सके
- बिजनेस लोन आसानी से मिल जाये
निर्यात-प्रोडक्ट पोर्टफोलियो का विकास 4 मापदंडों पर विचार करके किया जा सकता है
- बाहरी मांग की स्थिति
- आंतरिक आपूर्ति क्षमता
- मार्केटिंग कार्यों का किया जाना
- प्रोडक्ट को मार्केट में आसानी से पहुंचाया जाना
आगे का प्रोसेस करें
प्रोडक्ट को अंतिम रूप देने के बाद प्रक्रिया टेक्नोलॉजी के विकल्प उभर कर सामने आते हैं। कुछ के लिए जटिल उत्पादों, प्रक्रिया को पता है कि कैसे आयात किया जाना है। ऐसे मामलों में समझौते एक प्रक्रिया प्रौद्योगिकी पर बाहर की जाँच करते समय, निम्नलिखित चीजें होनी चाहिए
- कार्य – कुशल कारीगरों को नौकरी पर रखना चाहिए
- पर्याप्त पानी और बिजली की व्यवस्था करना चाहिए
- अगर आपने कुछ यूनिक बनाया है तो उसका पेटेंट हासिल होना चाहिए
- पर्यावरण विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र हासिल करना चाहिए
- सभी जरुरी मशीनरी उपलब्ध होना चाहिए
फंड की पर्याप्त व्यवस्था करना चाहिए
एमएसएमई बिजनेस की शुरुआत तो कम फंड में हो सकती है लेकिन सतत् संचालन करने के लिए पर्याप्त फंड अनिवार्य रुप से चाहिए होता है। क्योंकि, अधिकतर एमएसएमई बिजनेस फंड की कमी की समस्या से जूझते हुए बंद हो जाते हैं। एमएसएमई के लिए फंड का इंतजाम यहां से हो सकता है-
- लॉन्ग और मीडियम टर्म लोन
- शॉर्ट टर्म वर्किंग कैपिटल लोन
- बिजनेस लोन
- एमएसएमई क्रेडिट कार्ड
- पीएम मुद्रा लोन
भारत में MSME इकाइयों के लिए वित्तीय सहायता विभिन्न प्रकार से भी उपलब्ध ह-
- नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (एनबीएफसी) से बिजनेस लोन
- वाणिज्यिक / क्षेत्रीय ग्रामीण / सहकारी बैंक से उद्योग लोन
- सिडबी: लघु उद्योग विकास बैंक ऑफ इंडिया से वित्त सहायता
मशीनरी का इंतजाम करें
सही मशीनरी का चयन सर्वोपरि है। कई में मामलों की तकनीक या प्रक्रिया हमें विशिष्टताओं के साथ प्रदान करती है जो प्रदान नहीं की जाती है, फिर मशीनरी और उपकरणों का एक व्यापक तकनीकी-आर्थिक सर्वेक्षण उपलब्ध है किया जाना चाहिए। क्योंकि, आपके बिजनेस का पैर- मशीनरी ही होता है। अगर ठीक मशीनरी नही होगी तो, प्रोडक्शन प्रभावित हो सकता है। जिसका सीधा असर आपके कारोबार पर पड़ सकता है। इसलिए, मशीनरी बेहतरीन रखे। जरुरत पड़े तो मशीनरी लोन का उपयोग करें।
इस तरह से आप देखते हैं कि एमएसएमई सेक्टर में नई यूनिट का स्थापना करना कितना आसान है। लेकिन, यह हलवा नहीं है। अगर कोई व्यक्ति पूरी लगन के साथ बिजनेस करना चाहता है और उसके लिए समर्पित है तो, उनके लिए एमएसएमई यूनिट लगाना एक बहुत बड़ फायदे का सौदा साबित हो सकता है।
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