आपको केवल बिजनेस गतिविधियों को शुरू करने के लिए पैसे और अन्य संसाधनों की व्यवस्था करना होता है। कारोबारी को बिजनेस का वर्किंग कैपिटल संभालना होता है, कर्मचारियों को काम पर रखना होता है। क्लाइंट से मीटिंग्स करना होता है। ग्राहकों की शिकायतों को दूर करना होता है। बिजनेस के लिए नये उपकरण की खरीद करना होता है तथा पुराने उपकरणों की मरम्मत कराना होता है। इसके अतिरिक्त को और कार्य होता होता है तो, उसके लिए भी फंड का इंतजाम करना होता है।
बहुत बार कारोबारी के सामने ऐसा कंडीशन आ जाता है कि खुद का पैसा मार